अब तुमसे मिलना भी, कितना जरूरी हो गया है । शायद तुम्हारे लिए ही लखनऊ का मौसम, देहरादून मसूरी हो गया है ।। #SsR✍️ #गुलजार #lazzat e shayri #Rahat indauri fan #SsR ✍️