Migration का दर्द एक जगह से दूसरी जगह जाना समझो जैसे उजड़ रहा हो सब कुछ,,,, बसी बसाई जिंदगी बिखर रही हो,,,, जहां कई साल गुजारे जिस छत के नीचे कितनी खुशियां कितने गम देखें,,,,,, ख्वाबों का जहान देखा आज वहा से