*✍🏻“सुविचार"*📝 📘*“30/1/2022”*📚 🖋️*“रविवार”* 🌟 “जीवन” में किसी के लिए कुछ “करना” या कुछ “देना” बिना किसी “कामना” के, और ये बात समझ जाइए यदि आप बिना किसी “कामना” के,बिना किसी “अपेक्षा” के किसी के लिए कुछ करते है या किसी को कुछ देते है, यदि आप यह सब “सीख” जाते है तो आप “प्रेम” भी “सीख” जाते है, “प्रेम” से “संबंध” को निभाना भी “सीख” जाते है, देखिए “माता” केवल वो नहीं जो “कोख से जन्म” देती है “माता” तो वो भी है जो “जीवन जीना” “सिखाती” है, जो “जीवन जीने का उदाहरण” बन जाती है तो हमारी “धरती माता” से ये “निःस्वार्थ भाव” सिखिए,“निःस्वार्थ प्रेम” सिखिए... *“अतुल शर्मा”*✍🏻 ©Atul Sharma *✍🏻“सुविचार"*📝 📘 *“30/1/2022”*📚 🖋️ *“रविवार”* 🌟 *#“जीवन”* *#“कामना”*