ज़िंदगी में हमने कभी दुसरे पर थोपने वाली प्रथा नहीं सीखी। खुद के पसंद~नापसंद करने के लिए हमने इश्तहार नहीं लिखी। खुद में खुद रूठ जाने की जींद में एकल सजा हरबार नहीं देखी। जो हिज़्र को सम्भाल ले या खुद सम्भल जाएं वह हर रिश्तों में बात नहीं देखी। ~~शिवानन्द #जिंदगी #रिश्ते #अपने #पसंद #नापसंद #quote #life