तेरी-मेरी बात तेरी मेरी बातों का यूँ दौर पुराना है, दिन भर में एक-दो बार झगड़ा भी हो जाना है। पता हमे भी है कि मिल न सकेंगे हम, क्योंकि नदियों के दो छोर की तरह है हम। #TeriMeriBate