साथ झूलते थे हम दोनों, आम्बुआ की डाली पर। क्या मालुम था, भरी जवानी में भी, हम साथ-साथ झूलेंगे रस्सी के फंदे में.. ©Sarvesh Kumar kashyap #bhrijawani#sathjhoolna#merapyar#sachchapyar#merasathi#meradost#hmdm#hmtum