मैं कर रहा था इंतज़ार, बस तेरे हां भर कहने का। कब आओगी तुम पास मेरे, और साथ तुम्हारे बहने का। ना तो थी फ़िक्र ना ही डर था, तलब थी तो तुझको सुनने की। मैंने कब कहा कि बंदिशें हैं, तुझ पर बस मुझे चुनने की। मैं प्यासा हूं जन्मो जन्म से आज भी, और तू दरिया है अविरल मौहब्बत की। चाहत तो है बस इक अदद झलक भर, और पल दो पल मुझको तेरी सोहबत की। #fikra #dar #sunna #chunna #kahna #intjar #talab #bandishen #jhalak #pyash #mohbbat #sohbat #adad #dariya