लगी है आग शहर में, लगने दो इनके बाप का हिंदुस्तान थोड़ी है जली हैं कुछ बसें कुछ गाड़ियाँ आयकर में इनका योगदान थोड़ी है लगेगी आग फुंकेगा पैसा आम जन का दंगाइयों के अब्बा की दुकान थोड़ी है इनके आका कहीं साहिब-ए-मसनद हैं उनके दिल में रत्ती भर हिंदुस्तान थोड़ी है कुछ बेहूदे लोग हैं शामिल इन दंगों में सच्चे देशभक्तों का योगदान थोड़ी है #Supportcab #Supportnrc CAA