ज़िंदगी... आग का दरिया है, इससे सबको गुज़रना भी ही, प्रश्न है की क्या किया जाए, आओ ज़रा इस बात को समझें कि आग ना जलाए, दरअसल, हम इस।आग को भड़काते हैं, व्यर्थ चाहतें,व्यर्थ कामनाएं, व्यर्थ की बहस और जाने क्या क्या, मेरी मानो ना.. अपने दिल को वश में कर लो, नियंत्रण की रस्सी से बांध रखो, ये मदमस्त हो जाता है अगर खुला छोड़ दो इसको, हां और एक बात.... कर सको तो स्वयं से मित्रता घनिष्ठ मित्रता करना... आग का दरिया आसानी से पार हो जाएगा 1. 21/11/2021 #ज़िंदगी #आगकादरिया #KKसांझ #collabwithकोराकागज़ #KKकविसम्मेलन #विशेषप्रतियोगिता #कोराकागज़ #YourQuoteAndMine Collaborating with सुशील कुमारी "सांझ"