उम्मीदें उम्मीदें रखो सिर्फ खुद से , उम्मीदें कोई तोड़ ना सके जंग-ए-ज़िन्दगी में साथ छोड़े , फिर कोई फर्क ना पड़े अगर खुश करना किसी को , अपने माँ बाप को करो कोई भी मुश्किल में हो तुम , तुमसे मुँह मोड़ ना सके ©Sethi Ji जब माँ बाप खुश होते हैं , खुदा की रहमत होती है नाराज़ रहे सारी दुनिया , ज़िन्दगी यह सलामत होती हैं मोहब्बत आज अपनी कल , कल किसी और की होती है किसी ने सही कहा , माँ के कदमों के नीचे जन्नत होती हैं ।।