"मैं और मेरी पहचान" बेहद जरूरी हो गई है अब बनानी अपनी कोई एक पहचान इस तरह तो मैं भीड़ में गुमनाम नहीं रहना चाहता हूँ एक पहचान उस रब की बनाई मिली है हम सबको एक मैं इन इंसानों की बनाई पहचान से मशहूर हो जाना चाहता हूँ ताक़त, दौलत, रुतबे वालों का हरपल बजता डंका देखकर मैं भी अपनी ऐसी ही कोई एक पहचान बनाना चाहता हूँ यूँ तो इंसान बने रहना ही काफ़ी होता गर जो हम इंसान बने रहते पर मैं भी अब दीन दुखियारों का तथाकथित मसीहा बनना चाहता हूँ मोहब्बत भरपूर मिलती अगर इंसान ख़ुदग़र्ज़ न होता 'अब्दुल' मैं भी अब दुनिया के बनाये रिवाज़ों में बस खो जाना चाहता हूँ। अब्दुल्लाह क़ुरैशी✍️ नई नज़्म : मैं और मेरी पहचान। #Nojoto #nojotonews #nazm #pahchaan #Identity #arzhai #mohabbat MushTaQ TaJ HasHMi {مشتاق تاج ہاشمی } Naushad Ahmad 'Nazar'