सब जीना चाहे बंदिश और पाबंदियों में जकड़कर कौन भला रहना चाहे, पर मुर्ख हैं हम जो करतें हैं अपनी मनमानी बैठा है ऊपर खुदा - मुस्कुरा रहा है वो देख हम इंसानों की नादानी I अपनी मर्ज़ी के मुताबिक़... #मुताबिक़ #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi अपनी मर्ज़ी के मुताबिक सब जीना चाहे बंदिश और पाबंदियों में जकड़कर कौन भला रहना चाहे, पर मुर्ख हैं हम