कोई नही इस दुनिया मे "मुस्तहक़म", ना किसी से दिल लगा, चले जॉएँगे सब बेरुखी से इक दिन,तू क्यों हर किसी को गले लगा? #कार्तिकेय बेरवाल 'ख़्याल' #kartikey berwal 'khyal' #Barrier #poetry #poem #Quotes #SAD #Love #shayri #Shayar