#OpenPoetry तुम्हारे सच की मासूमियत डर का सामना करती है क्यूकी तुम अपने वक़्त से मजबूर हो वहीं तूम्हारे झूठ का सच तूम्हे साहस देता है पर तुम दिल से बडे़ मासूम हो क्यूकी सीकवे बयां करने से डरते हो तूम्हे आपने मासूमियत को खोने का डर है पर मेरे दोस्त वक़्त सबका बदलता है बस अपने दिल के मासूमियत के साथ कुछ मीठें लम्हें भी साथ लेते चलना वरना तुम्हारे दिल की वो मासूमियत कहीं बूरा मान जायगी... #Nojoto #Arz_kiya_hai #some #memories