चिन्तन कुछ सुनाना चाहता हूं पर सुनेगा कौन हम अच्छे हैं या बुरे ये चुनेगा कौन अस्मिता जो लूटेंगे हमारे चुने हुए रक्षक बेटी पालने के सपने फिर बुनेगा कौन सजा की जगह जो कर रहे हैं मजा पिशाचों को बीच-बाजार धुनेगा कौन भैंस भी सुन लेती होगी बीन कभी पर लोग चीख नहीं सुनते मौन सुनेगा कौन कुछ सुनाना चाहता हूं पर सुनेगा कौन हम अच्छे हैं या बुरे ये चुनेगा कौन। - आर्य #complaints