जो दिल में है बात, अब बोल भी दो, बेताबी दिल की, है सताने लगी.... मेरे कानों में मिश्री, अब घोल भी दो, अब तो तुम्हारी आँखें भी, हैं सब बताने लगी.... तक्कलुफ के दरवाज़े, अब तो खोल ही दो, इंतज़ार करते-2, अब तो जान भी है जाने लगी.... यूँ ना हो, तुम कहना चाहो, पर बहुत देर हो जाए, तुम्हे दूर-2 तक, हमारा नामूनिशान ना मिल पाए..... #BolBhiDo...!!