"एक आवाज़" मैं दर्द में हूँ लिपटा, दर्द में ही सिमटा, है दर्द कितना मुझकों आज दर्द हूँ मैं लिखता, खालीपन के चोचलों पर राज दुनियाँ करती, बेबसी की आढ़ मे मैं बेहिसाब बिकता, हो अगर इंसान तों इंसान की पहचान करों, यहाँ इंसान की शक्ल में शैतान क्यों है दिखता, हर मुखटें मिलावटी, सब फैसलें सियासती, इन फैसलों में क्यों हर बार मैं ही पिसता, मर रही इंसानियत, और मर रहा इंसान है, राजनीति के हाथों इंसाफ भी है बिकता, हैं ऊँच-नीच, भेद-भाव, जात-पात...और भी... ना जाने कितनी कुरीतियों में देश मेरा लिपटा, अखण्ड था जों देश पहले मेरा........…. वो देश आज मुझकों अखण्ड क्यों नहीं दिखता, धर्म के आधार पर बांट दिया जों देश मेरा, इंसानियत का धर्म इनकों धर्म क्यों नहीं दिखता।। #एक_आवाज़ #क्रांति #humanbeing #humanity #religion #justice #caste #discrimination #poltical #polticalquotes #nojoto #hindiquotes #unbrokencountry #hindiwriting #hindiwords #hindiquotes #hindipoetry #hindiwritten #nojotohindi #nojotohindiwriting #humanity #nojotoquotes #nojotopoetry #notopoet #hindipoet. Pratibha Tiwari(smile)🙂 Dilwala© Sambhav jain(महफूज़_जनाब)