सुबह हो या हो शाम तुम जानो या ना जाने मानो या ना मानो सांसें कर दी हैं तेरे नाम मेरी ख्वाहिशों में तुम हो नि:शब्द जिक्र में तुम हो रूबरू ना सही मलाल नहीं मन तरंग की झंकार तुम हो #कृष्णार्थ ©KRISHNARTH #झंकार #Walk