खुदा से पूछना है ,यह कैसा कोहराम लाए हो। हर जगह सिर्फ मौत दिखती है ,यह कौन सा खेल उठा लाए हो। ना परिवार साथ में ना यार दोस्त हैं, घर की चारदीवारी को क्यों जेल बनाए हो। हर रोज क्या पहले कम मरते थे, जो अब तुम हथियार लाये हो । दुआएं काम करती है क्या इसमें, या उनका भी मजाक बनाए हो । खुदा से पूछना है, यह कैसा कोहराम लाए हो। #ख़ुदा #कोहराम #दुआएं #poemtime #poemoftheday #corona #lockdown