किसी मुसव्विर की तरह दिल के उस अफसाने को, यूं कुरेदकर पन्नों में उतारने को जी करता है... कुछ इस तरह ये न-मुकम्मल इश्क़ यूं मुकम्मल सा लगता है । - MADHVI A part from my next piece..... (video soon) (Musavvir - artist, Mukammal- complete) #abeginner #hindian #writerscommunity #writerinme #poetryonline #poetrylovers #lovequotes