रंगों भरा हो वो दिन साथ लाया हूँ । झुम उठे मेहफिल वो जादू साथ लाया हूँ । मेरे दोस्तों तुमे मेहकाने के लिए । में अपनी कलम की खुशबू साथ लाया हूँ । समेट कर उनके आँसुओं के साथ आया हूँ । के मेरे अपनों की दुआहों के साथ आया हूँ । धड़कन में बस जाये जो याद रहे तुमे। फिजा की पागल हवाओं के साथ आया हूँ । Maroof hasan