मेरे प्यारे Irrfan sir, आप दुनिया के लिए भले ही एक अभिनेता हों, मेरे लिए तो आप नवाब ही रहेंगे। आपकी अदाकारी में मुझे वह बात नज़र आती थी जो आपकी आंखों से प्रेक्षक के कानों तक गूंज उठे, मैंने भले ही आपकी हर फिल्म न देखी हो, लेकिन आपकी हर फिल्म जो मैंने देखी, मुझे एक दौर सी लगी। आप मेरे नवाब इसलिए नहीं कि आप शाही घराने से थे, बल्कि इसलिए कि आपकी कला में कलम का सिपाही झलकता था। मैं सोचा करता था और आज भी मुझे यकीन है कि अगर कोई भारत के सर्वश्रेष्ठ उपन्यासकार मुंशी प्रेमचंद की भूमिका निभा सकता था, तो वह आप थे और सिर्फ आप ही थे। अब सोचकर मुझे अजीब सा लगता है कि नवाब राय भी करीब-करीब आप ही की उम्र में चल बसे। आपको उस अनुपम रूप में देखने से वंचित रह गया, अब मुझे लगता है शायद फिल्मों से भी जल्द ही मेरा नाता टूट जाएगा, उसमें आप जो नहीं हैं। खम्मा घणी साहबज़ादे, मेरे नवाब शुक्रिया, ।अलविदा। एक आखरी खत #yqbaba #yqdidi #irrfan #fanboy #letters