बड़ी ही सौभाग्यशाली होती है वो बेटी जिसकी कलाई में कंगन की शोभा पाती है, संगीत रूपी खनक चूड़ी-कंगन की रौनक बहू-बेटी के उस घर-आँगन में होने का एहसास करा देती है, जब सजती है रंगबिरंगी चूड़ियाँ तो बेटी के चेहरे की मुस्कुराहट की ख़ुशी की लहर और आँखों में एक चमक सी झलकाती है, सम्पूर्ण श्रृंगारिकता की प्रतीक ये चूड़ी-कंगन यही तो एक भारतीय संस्कृति की नारी की सौन्दर्यता को बढ़ाकर उनके श्रृंगार में चार-चाँद लगाती है, ♥️ मुख्य प्रतियोगिता-1039 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ दो विजेता होंगे और दोनों विजेताओं की रचनाओं को रोज़ बुके (Rose Bouquet) उपहार स्वरूप दिया जाएगा। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।