ढलती शामे मुझसे यहीं कहती हैं..! कल सुबह फिर उसे याद न करना..!! तारे गिनकर गुजार देना चाँदनी राते..! लेकिन ख़्वाबों में उससे मुलाकात न करना..!! -किशन राज #hindiurdushayri #nojoto #Rekhta #hindiwriter #hindiqoute