हम हिंदी भाषा का समर्थन केवल वाणी से करते हैं, या लेख से। मगर कर्मों से समर्थन नहीं करते। आप ही बताएं क्या आप अपने बच्चों को हिंदी माध्यम विद्यालय में पढ़ा रहे हैं या पढ़ाने वाले हैं। नहीं!! क्यों?? क्योंकि हिंदी भाषा को केवल पिछड़ापन का पर्याय माना जाता है। और आप नहीं चाहते कि आधुनिक युग में आपके बच्चे किसी से पीछे रहें। इस मानसिकता की भीड़ में जितने आप शामिल हैं उतनी ही मैं भी। #nojoto #हिन्दीभाषा #हिंदी #रूपकीबातें