Alone Quotes In Hindi बिछड़ कर भी तू, मुझमें कहीं ना कहीं बाकी है तू मुस्कुराती है, फिर पीछे खड़ी हो जाती है तेरी बचकानी शरारतों से, मेरी नींद टूट जाती है ना जाने क्यों?, हर रोज तू मुझे जगाने चली आती है कभी डांटती है, कभी प्यार जताती है, तो कभी सताती है रूठती भी है,मनाती भी है,थोड़ा रुलाती है,थोड़ा हंसाती है यादों में सपने है, उन सपनों में तू बस मेरी हो जाती है कभी रूह में घुल जाती है, कभी दिल में समा जाती है, तभी आंख खुलती है, और तू फिर कहीं गुम हो जाती है थोड़ा भुला दिया है तुझे, बस थोड़ा भुलाना बाकी है ©Manku Allahabadi थोड़ा भुला दिया है, थोड़ा भुलाना बाकी है ................................................................... बिछड़ कर भी तू, मुझमें कहीं ना कहीं बाकी है तू मुस्कुराती है, फिर पीछे खड़ी हो जाती है तेरी बचकानी शरारतों से, मेरी नींद टूट जाती है ना जाने क्यों?, हर रोज तू मुझे जगाने चली आती है