जिम्मेदारियों की चादर तान रखी है मैंने अपनी सीमाएँ ख़ुद ही बाँध रखी है ग़ैर मुमकिन है इस दिल का किसी पर आ जाना इस दिल के लिए मैंने अपनी आँखे निगेहबान रखी है ©Shubham Mishra ग़ैर मुमकिन है #Dil #aankhe #shubhammishraquotes #myquotes_hub #kavyamanch #hindikavyasangam #Nojoto #shyari #whatsappstatus #allalone