Nojoto: Largest Storytelling Platform

हवा को घुटन सी थी जल के भितर... वो तो बुलबुले थे

हवा को घुटन सी थी जल के भितर...

वो तो बुलबुले थे जो संभाल लिये...


- आशिष देशमुख #बुलबुला
हवा को घुटन सी थी जल के भितर...

वो तो बुलबुले थे जो संभाल लिये...


- आशिष देशमुख #बुलबुला