इसी प्यास ने आग लगाई, ज़ुलस गई मेरी दिल की रुबाई में पल पल पसीजता रहा, ना मिली खुदाबक्श की खुदाई इज़हार-ए-इश्क़ में मन भी मचलता जज़्बात को तूने तो बंजर ज़मी पे आग लगा दी जो पहले से तड़पती थी बरसात को। #dharmuvach✍ ek taraf poora shahar pyas ki shiddat se tarapta Aur idhar yaadon ki baarish mein uff meri tarap #dharmuvach #phenomenal_me #yqdidi #yqbhaijan #tarap #YourQuoteAndMine Collaborating with Phenomenal Me