हर फ़ैसले को कंँधा, अफसोस ने दिया था गलत या सही मैं, तय दूसरों ने किया। यूंँ लाचार रहना आदत बन गई है लोगों की ये दस्तुर-ए-जिंदगी, तूने क्या किया ? #BeautifulLines #Unknown_sources 🥰💥💢💯