उम्मीदों के काफिले पर सवार होकर हम भी चले जा रहे है, क्या हुआ अगर मंजिल ने कदम चूमने से इनकार कर दिया , लेकिन हम इस बेहतरीन सफर की अच्छी यादे तो साथ लेकर जायेंगे, ©Shahnaz Khan उम्मीदों के काफिले पर सवार होकर हम भी चले जा रहे है, क्या हुआ अगर मंजिल ने कदम चूमने से इनकार कर दिया , लेकिन हम इस बेहतरीन सफर की अच्छी यादे तो साथ लेकर जायेंगे, #Time #life #businesscunsultant