हश्र मेरी शायरी का यूँ न कर, हक्ष मेरी शायरी का यु तो न कर मजाक समझ बेजत यु न कर हमारे दिल कि रुसवाई यु तो न कर समझ ले हमारी दिल की बातो को नासमझ यु तो ना बन हक्ष मेरी शायरी का यु न कर मेरे दिल के जज्बात को यु ना कुचल #यु तो ना कर😑😑