मै उससे अपना रिश्ता युंह बताता हूँ, मैं वो बूंद हूँ जो संमदर से निकली, मैं ही फिर समंदर मे मिल जाता हूँ, मेरे निखर अजर स्वरूप, परमब्रम्ह परमसत्य परमअनूप, कभी यशोदा का नटखट कन्हैया, कभी अयोध्या का पुरुषोत्तम भूप, मैंने ही वो कुरुक्षेत्र मे महाभारत रचाई, गीता मे मैंने ही सबको धर्म की राह दिखाई, मैं ही रहा वो कर्ण अभागा, मै ही वो बुद्ध जिसने घर त्यागा, मैं ही परम , मै ही स्वामी, अहं ब्रह्मास्मि, अहं ब्रह्मास्मि ।। Aham bhramasmi #ahambrahamasmi #yqbaba #yqdidi #god #hindi #advaita #spiritual #soul