हर दुआ अगर क़ुबूल हो जाये आदमी बे-असूल हो जाये रन जो- गम राहतो में शामिल है वरना इंशान मलूल हो जाये - इसका गिला नही के बोहत गम उठाये ©Vivek Srivastav #दर्ददिलोंके