उस लम्हे में क़ैद है जो दास्ताँ, चलो उसे आज़ाद करते है.. काट दिए गए उस परिंदे के जो पर, चलो उसे रिहा करते हैं.. खलिश सी हैं जो हमारे दरमियाँ, चलो मुश्किलातों को आसाँ करते हैं। #mushkilat #halat #love #feelingsad #azadi