गंगा/ गंगा जल ~~~~~~~~~~ पावन जल जो है मिला, माँ गंगा के हाथ। भागीरथ लाए धरा, गंगा माँ ले साथ।। चली कमंडल से निकल, जमी जटा गणनाथ। संग मिला गणनाथ का, पाया नेह अकाथ।। श्रीमुख पर्वत से बही, बन गंगोत्री धार। नाम मिला भागीरथी, करने चली उदार।। पावन जल से जब किया, तर्पण भर जल हाथ। पूर्वज पाए मोक्ष थे, गंगाजल के साथ।। गंगा 'माँ गंगा' हुई, बनी अमृत की धार। जीव-जगत का प्राण बन, स्वर्ग किया साकार।। #दोहा #गंगा #गंगाजल #glal #yqdidi #restzone #rzलेखकसमूह