फ़ोन ** विरोधाभास लिये , अपनी स्थिति पर मौन मैं मोबाइल फोन सोचता .... मैं कैसे गलत हो गया .. सभी का दोष कैसे माथे चढ़ गया.. बड़ी आसानी से इल्जाम लगा देते हैं .. गलतियां मेरे आवरण में छुपा देते है .. एहसान फरामोश हैं ये ... दूर बैठे परिजनों के जब वीडियो दिखाता हूँ .. बच्चों की मासूमियत कृप्या caption मे पढ़ें #फ़ोन#कवित मोबाइल/ फ़ोन ** विरोधाभास लिये , अपनी स्थिति पर मौन मैं मोबाइल फ़ोन ! सोचता .... मैं कैसे गलत हो गया ..