आज खुश रहने की मुझसे रसीद ले जाओ अगर खरीद सकते हो तो खुशियां खरीद लाओ कही कोई गिला सिकवा उधार बाकी मत रखना जमाने भर से दोस्ती निसार उसपर हो जाओ तुम्ही पर ख़त्म होने हैं अहले सितम जमाने के दिलों पे फ़तेह कर के तुम निशार उनपे हो जाओ करो कोशिस .. जमाने के साथ चलने की न बदले जमाना गर ...तो खुद ही बदल जाओ चल दिए दबा के कब्र में ..अपना घर बसाने को न जाने क्या हो गया ..जरा सी देर में जमाने को कौन अपना है कौन पराया ... क्या सोचे ???? छोड़ देता है ये ज़माना भी तो जमाने को ... #NojotoQuote आज खुश रहने की मुझसे रसीद ले जाओ अगर खरीद सकते हो तो खुशियां खरीद लाओ कही कोई गिला सिकवा उधार बाकी मत रखना जमाने भर से दोस्ती निसार उसपर हो जाओ