बुराई में कोई धर्म नहीं रोक -टोक का प्रश्न नहीं खौफ तो सब हमसे खाते हैं मैं चंड -प्रचंड मैं विकराल हूँ हर पथ मोड़ दूँ , मैं सर्वशक्तिमान हूँ ।। 🎀 Challenge-175 #collabwithकोराकाग़ज़ 🎀 आज आप वीडियो गेम के दूसरे स्टेज पर पहुँच गए हैं जहाँ आपको दो खिलाड़ियों "अच्छाई और बुराई" में से एक चुनना है। 🎀 एक लेखक "अच्छाई" विषय पर अपनी रचना लिखेगा और दूसरा लेखक "बुराई" विषय पर। 🎀 कोई शब्द सीमा नहीं है और जितने चाहो कोलाब कीजिए परन्तु दूसरे लेखकों को कोलाब करने के लिए आमंत्रित करते रहा कीजिए।