जिंदगी समुंदर की रेत पे लिखे शब्दों की तरह है, कब लहर आयेगी और मिटा के चली जायेगी,कुछ पता नहीं इसलिए जब तक है जिंदगी अपनी मौज में जीना और चलते ही रहना। यही उसूल है जिंदगी का... - सुशील कुमार #zindagi #laharein