Nojoto: Largest Storytelling Platform

आज ही के दिन सीमा पार से आये कुछ वहशी दरिंदे, नाजा

आज ही के दिन सीमा पार से आये कुछ वहशी दरिंदे, नाजायज़ ज़ालिम, इंसान एवं इंसानियत के दुश्मनों ने अपने नापाक मंसूबे लेकर हमारे मुल्क में अमन तथा भाईचारे पर हमला कर हमें नासूर ज़ख्म दिया था मुल्क उस काला दिन को कभी नहीं भूलेगा तथा साथ ही साथ मैं उन बेगुनाहों को श्रद्धासुमन अर्पित करता हूँ जिन्होंने बग़ैर कोई क़ुसूर के अपने प्राणों की बलि चढ़ा दी। हम, आज से 11 वर्ष पूर्व 26 नवंबर 2008 को हुए मुम्बई आतंकवादी हमले में शहीद हुए नागरिकों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं और प्रण लेते हैं भारत की एकता और सम्प्रभुता के लिए सदैव तत्पर रहेंगे।
#26नवंबर2008 #श्रद्धांजलि  #YourQuoteAndMine
Collaborating with YourQuote Didi
आज ही के दिन सीमा पार से आये कुछ वहशी दरिंदे, नाजायज़ ज़ालिम, इंसान एवं इंसानियत के दुश्मनों ने अपने नापाक मंसूबे लेकर हमारे मुल्क में अमन तथा भाईचारे पर हमला कर हमें नासूर ज़ख्म दिया था मुल्क उस काला दिन को कभी नहीं भूलेगा तथा साथ ही साथ मैं उन बेगुनाहों को श्रद्धासुमन अर्पित करता हूँ जिन्होंने बग़ैर कोई क़ुसूर के अपने प्राणों की बलि चढ़ा दी। हम, आज से 11 वर्ष पूर्व 26 नवंबर 2008 को हुए मुम्बई आतंकवादी हमले में शहीद हुए नागरिकों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं और प्रण लेते हैं भारत की एकता और सम्प्रभुता के लिए सदैव तत्पर रहेंगे।
#26नवंबर2008 #श्रद्धांजलि  #YourQuoteAndMine
Collaborating with YourQuote Didi
nirj5311016606344

Nir@j

New Creator