ज़िन्दगी का सफर रातें बीत जाती है, तेरी यादों में अक्सर कर इन्तज़ार, आँखें भी नम हो जाती है मेरी दीदी, लगी है तुम्हें कौन-सी नज़र “नील” हो तुम, पर छाया अब आती है हुई गलतियाँ मुझसे, तू ज़ुल्म ना कर ज़िन्दगी मेरी, जिद्द तो तू छोड़ जाती है पराया हो गया मैं, तो समझा दे बोलकर है साथ मौत, ज़हर की खुराक क्यों देती है #NojotoQuote नलिनी दीदी : रूठ गई तुम क्यों ऐसे #elderSister Didu