लिबाज़ गंदे और बदन मैला निशानी ग़रीबी की है ए महकता गर किसी इत्र की मानिंद तो अमीर हूँ मैं कोई नही बैठता क़रीब मेरे वजह मेरी सूरत-ए-हाल बन ठन के गर आता तो क़रीब हर अंजान होते मेरे बूढ़ा बैठा फुटपाथ पर सुबह से शाम तक कमाने को कोई ख़रीदार ना आया पास उसके हाल देखकर पेट पालने की ख़ातिर उसने चीज़ों के दाम गिराए लोग गरीबों की मानिंद उसके पास भीड़ लेके आए किस बात के अमीर बने फिरते हो तुम इस जहाँ में ग़रीब ने दाम क्या गिराए तुम कीड़ो की तरह दौड़े आये #libaaz #ishq #pyar #dil #heart #love #lovequote #writer #hindiwriter #poetry #hindipoetry #poem #shayri #hindi #feelings #poor #poorman #gareeb #rich #ग़रीब #अमीर #दौलत #ज़िन्दगी #शायरी #nojoto #nojotolove #nojotohindi