Nojoto: Largest Storytelling Platform

मान्यता है कि पूर्वजन्म में इस देवी ने हिमालय के


मान्यता है कि पूर्वजन्म में इस देवी ने हिमालय के घर पुत्री रूप में जन्म लिया था और नारदजी के उपदेश से भगवान शंकर को पति रूप में प्राप्त करने के लिए घोर तपस्या की थी। इस कठिन तपस्या के कारण इन्हें तपश्चारिणी अर्थात्‌ ब्रह्मचारिणी नाम से अभिहित किया गया।

©lavanyabeauti
  #navratri दुसरा दिन #vairal post #vairal_this_post