मैं तेरे इश्क़ का अज़्म-ए-सफ़र¹ कर चुका हूं , अपनी बातों से मुकरना मेरी फितरत तो नहीं है ।। जय कुमार "जनार्दन" 1.पक्का इरादा #तेराइश्क़ #अज़्म-ए-सफ़र #फितरत