कामयाब कर नही सकते दिलाशा भी मत दो प्यार कर नही सकते धोका भी मत दो जिंदगी दे नही सकते मोत भी मत दो 12 कविता में कोई शब्द केवल अपने शब्दकोशीय अर्थ तक ही सीमित नहीं रहता। उसी तरह इस पंक्ति में 'तुम' का अर्थ भी बहुआयामी है। तुम - प्रेमी-प्रेमिका, ईश्वर, मित्र, संबंधी, अन्य किसी को भी संबोधित करते हुए हो सकता है। आप की गुज़ारिश किससे है? और क्या है? #गुज़ारिश #collab करें #yqdidi के साथ।