मेरा गुरूर तेरे सुकूं को, तेरी कसम से पिघल गया; था सोचा अब कुछ नहीं लिखूँगी, ये मिसरा लब से निकल गया! -स्वरांजलि 'सावन' #तेरी_कसम_से_पिघल_गए #nojotohindi #NojotoKavyashala #poetry