"दूरियों की शुरुआत" अब नहीं बताता वो अपना सबकुछ मुझको, लगता है दूरियों की शुरुआत हो रही है।। अब नहीं जताता वो हक पहले जैसा मुझपर, हर घड़ी मेरी नई पहचान हो रही है।। यूं तो मशरूफ होने का इशारा हम भी कर रहे है,लेकिन उनके बदले इस स्वभाव से तबीयत जरा नासाज हो रही है।। मेरी ख़ामोशी को बड़े गौर से सुनने समझने वाला, उसको मेरी आवाज़ भी अब बेजार हो रही है।। लगता है दूरियों की शुरुआत हो रही है, हाँ हर तरफ आँखो में आँसू लाने वाली बात हो रही है।। लगता है दूरियों की शुरुआत हो रही है।। दूरियों की शुरुआत हो..... -लफ़्ज-ए-प्रशान्त✍🏻 ©Prashant Badal दूरियों की शुरुआत #लफ्ज़_ए_प्रशान्त #Love #Shayari #Quotes #SAD