महक जाता है वो लम्हा आज भी तेरी यादों से इबादत-ए-इश्क़ बेपनाह कर बैठे तेरी बातो से छुपाये ना छुपा ये इश्क़ का फ़साना। रुकने से भी ना रुका दिल का तराना। लिखी है बहुत सी कविताएं डूब कर तेरी चाहतों में समझो चाहे तुम इसे खुदा की रहमत या इनायत बिताना चाहती हूँ अपनी ज़िन्दगी की आख़िरी साँसे सिर्फ तुम्हारी बाहों में। #nojotoquotes #nojotoshayri #nojotolines #nojotohindi#sushmathakur #saansein #pal #fsana