Nojoto: Largest Storytelling Platform

दरवाज़ा मेरे हमदम मेरे दिल का दरवाज़ा खुला है, तुम

दरवाज़ा मेरे हमदम मेरे दिल का दरवाज़ा खुला है,
तुम चली आओं ।
मेरी बेसब्र आंखें देखती है तुम्हारा रास्ता,
तुम चली आओं ।
तुम्हारी याद में ना जाने कितने ही सावन बीत गए,
अब ये आंखें भी नम है,
तुम चली आओं ।
और इसमें मेरा क्या कसूर है तुम जरा बतलाओ,
ये तो तुम्हारे हुस्न का जलवा है जो मैं तुम्हारा दीवाना हुआ,
 अब अपने आशिक को ना इतना तड़पाओ,
 तुम चली जाओ ।
है तुझको हमारी सच्ची मोहब्बत की कसम ना मुझ पर इतना सितम ढाओं,
मेरे हमदम मेरे दिल का दरवाज़ा खुला है,
 तुम चली आओ ।

©Anit kumar #WForWriter
दरवाज़ा मेरे हमदम मेरे दिल का दरवाज़ा खुला है,
तुम चली आओं ।
मेरी बेसब्र आंखें देखती है तुम्हारा रास्ता,
तुम चली आओं ।
तुम्हारी याद में ना जाने कितने ही सावन बीत गए,
अब ये आंखें भी नम है,
तुम चली आओं ।
और इसमें मेरा क्या कसूर है तुम जरा बतलाओ,
ये तो तुम्हारे हुस्न का जलवा है जो मैं तुम्हारा दीवाना हुआ,
 अब अपने आशिक को ना इतना तड़पाओ,
 तुम चली जाओ ।
है तुझको हमारी सच्ची मोहब्बत की कसम ना मुझ पर इतना सितम ढाओं,
मेरे हमदम मेरे दिल का दरवाज़ा खुला है,
 तुम चली आओ ।

©Anit kumar #WForWriter